शेर चिता बाघ तो सिर्फ कहावतें हैं बाकी तो मर्द की नजर का जादू है

मर्द की आंखें सबसे बड़े शिकारी में से एक होती हैं! शेर, चीता, और बाज तो केवल कहावतें हैं। मर्द अपनी आंखों से, शिकार को एक झटके में घायल कर देते हैं और इनकी शिकार होती हैं खूबसूरत महिलाएं।
पहले ये खूबसूरत महिला को तलाशते हैं। फिर नज़रे मिलाते हैं, उसके खूबसूरत अंगों को अपनी आंखों से निहारते और अपनी आंखों को सेकते हैं। तीसरी आंख उनके बॉम फिगर पर होती है, चौथी आंख उनके उभारों पर, पांचवी आंख कमर पर, फिर आंखों से ही वो महिलाओं के अंदर की सारी जानकारी ले लेते हैं, और अपनी आंखों से ही महिलाओं का बलात्कार कर लेते हैं। मर्द की आंखें सबसे बड़े शिकारी होती हैं।
गलती से महिला की नजर पुरुष पर पड़ जाए, तो पुरुष इतना सीधा सरल और मासूम बन कर मुस्कुराते हैं कि बेचारी महिला समझ नहीं पाती और धोखा खा जाती है। यही से शुरू होता है बातचीत का सिलसिला। पुरुष अपनी तरफ से महिलाओं को भरोसा दिलाने का कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। तब होता है फोन नंबर का आदान-प्रदान।
नादान औरत क्या जाने कि वो आंख टिकाए बैठे हैं! महिला बातों में कैसे आएगी, वो बात बनाए बैठे हैं!!
आज हमारे देश में ना जाने कितने कपड़े उतार दिए जाते हैं, ये बोलकर कि "शादी मैं तुमसे ही करूंगा, बस एक बार तुम मुझ पर भरोसा तो करो जानू। मना मत करो।" और एक दिन ये महिला भरोसे में सब कुछ गंवा बैठती है। उसे मिलता है तो सिर्फ धोखा, धोखा, और धोखा।
पुरुष फिर से अपने शिकार पर निकल पड़ते हैं। वो कभी ये नहीं सोचते उन धोखा खाई महिला का क्या होगा। तंग आकर, रोकर चिल्लाकर, टूटकर, वो धोखा खाई महिला एक दिन विस्फोटक बारूद की तरह बहुत ही खतरनाक बन जाती है। और समाज के लोग उसे नाम देते हैं: वैश्य, धोखेबाज, दगाबाज, और न जाने क्या-क्या? फिर एक दिन वो महिला अपने साथ कितने पुरुष, कितने घरों को, कितने बच्चों और कितनी महिलाओं को बर्बाद कर देती है, सिर्फ खुद को मिले धोखे की वजह से।
तो बताइए एक महिला को गलत बनने पर मजबूर किसने किया?
अरे मर्दों, शिकार करना छोड़ो। अपनी आंखों को सेकना छोड़ो। सबको अपनी मां-बहन की तरह समझो। शादी तो एक दिन होनी ही है। अपनी पत्नी को प्यार दो, उनकी इज्जत को समझो, दूसरी को छोड़ो।
पुरुष बड़ी सफाई देते हैं और निकल जाते हैं कि आजकल सोशल मीडिया पर ही देख लीजिए। जो महिला अच्छे कॉन्टेंट अपलोड करती है, अच्छे वीडियो बनाती है, या अच्छा ज्ञान देती है, बदन को ढक कर सोशल मीडिया पर आती है, आपने गौर किया होगा उन्हें ज्यादा रिएक्शन नहीं मिलते। सपोर्ट नहीं मिलता। उनकी वीडियो को लोग देखना पसंद नहीं करते।
वही अगर कोई महिला अश्लील वीडियो बनाती है, गंदे वीडियो बनाती है, गलत विचार प्रकट करती है, छोटे-छोटे कपड़े पहनकर रील बनाती है, अपना बॉम फिगर दिखाती है, वहां आप मर्दों को देखिए: कितने मजे से देखेंगे। उनकी वीडियो में रिएक्शन भी देंगे। शेयर भी करेंगे और कॉमेंट में महिला को समझाएंगे गलत वीडियो मत बनाओ, अच्छे वीडियो बनाओ।
कितने पुरुष तो पंचायत बिठाकर कमेंट बॉक्स में नेतागिरी भी करने लगते हैं। "ऐसी वीडियो बंद होनी चाहिए। सरकार को सोशल मीडिया पर एक्शन लेना चाहिए। ये समाज को खराब कर रही है," वगेरह-वगेरह!!! और खुद बड़े मजे से देखते भी हैं!
अरे पुरुषों, आपके कहने से कुछ नहीं होगा ना ही सरकार इस पर सोचेगी। महिला खुद समझ और जान गई है कि आपको क्या पसंद है। उसे गालियां भी देंगे तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
जरूरत है आप खुद को बदलें। खुद की सोच को बदलें। अपनी आंखों को सेकना छोड़ें। जब तक आप उस तरह की पोस्ट- विलायती दूध, अमूल दूध और बॉम फिगर को देखना नहीं छोड़ेंगे, तब तक कुछ नहीं हो सकता!
जब भी आपको ऐसी पोस्ट मिले उसे इग्नोर करें और अपना कोई भी रिएक्शन या कमेंट ना दें। उनकी रिच, एंगेजमेंट खुद ब खुद डाउन होकर गिर जाएगी। जिससे हमारे समाज की महिलाएं, आने वाली बच्चियों का भविष्य, उनकी मर्यादा, उनकी इज्जत और देश की संस्कृति बची रहेगी।
आज सोशल मीडिया पर हर वर्ग के लोग हैं, देखने वाले सभी लोग जो अपनी आंखों को सोशल मीडिया पर सेकते हैं, अपनी आंखों को सुकून दिलाते हैं।
याद रखिए, अगर आप अब भी नहीं सुधरे, खुद को नहीं बदले तो आने वाला समय बहुत ही भयानक होने वाला है। फिर वो दिन दूर नहीं, जब आपकी बेटी, आपकी बहन, आपकी पत्नी, आपकी बहू भी सोशल मीडिया पर गंदा नाच करेगी, अपना अंग प्रदर्शन करेगी!!!!
फिर आप बड़े मजे से उसे देखना और अपना रिएक्शन देते रहना। महिलाओं को आप खुद खराब बनाते हैं और आप ही उसे सही रास्ते पर ला सकते हैं। हमारी कोशिश बस यही है आप गलत चीजों को प्रमोट ना करें।
थोड़ा सपोर्ट उन्हें करें जो अच्छी चीजों को प्रमोट करते हैं। अच्छी वीडियो, अच्छी पोस्ट बनाते हैं। ताकि सभी महिलाओं को संदेश मिले कि हमारे देश के लोग अच्छी पोस्ट, अच्छी वीडियो देखना पसंद करते हैं।
और पुरुष अपनी आंखों को शिकारी बनाना, आंखों को सेकना बंद करें। ✍️✍️... लेख आपको कैसी लगी!